बेरोजगारी -  भारत में सभी समस्याओं की जननी"

यह खूबसूरत गाना साल 1954  में रिलीज हुई फिल्म "  नौकरी " का है...

.... जीहाँ... साल 1954 !!!!

.अब हम उस समय से करीब 67   साल आगे हैं...

67  साल में क्या बदला ??....

बेरोजगारी "  तब भी "  देश की बड़ी समस्या थी और "  आज भी  हे  !!!!

. ........67  लंबे वर्षों की कल्पना करें...


हम विकास और तकनीकी उन्नति के अपने झूठे अहंकार को संतुष्ट करने के लिए रॉकेट और उपग्रहों द्वारा चंद्रमा तक पहुंचने की बात करते हैं .... लेकिन आज तक हम अपनी बढ़ती जनसंख्या की आवश्यकता के अनुसार रोजगार नहीं कर पाए हैं जो कि एक बुनियादी आवश्यकता है । 


एक समय था जब टीवी या इंटरनेट नहीं था और बच्चे पैदा करना देश के हर घर का एकमात्र "  टाइम पास"  था।

इसलिए इतने लंबे 67  सालों में हम आज 142  करोड़ हैं  !!!...

(  "  नो मेटिंग सीजन...बस -"  स्माइल करो और शुरू हो जाओ " )   



अब समय बदल गया है.. दुनिया  एक मोबाइल फोन के अंदर सिमट गई है... अब समय आ गया है कि हम अपनी सबसे बड़ी कमी को अपनी सबसे बड़ी संपत्ति में बदल दें.....और वह है हमारी विशाल आबादी   !!


भारत एक युवा देश है...

  हम दुनिया के सबसे युवा देशों में से एक हैं, जिसकी 62%  से अधिक आबादी कामकाजी आयु वर्ग (15-59 वर्ष ) में है और कुल जनसंख्या का 54%  से अधिक 25 वर्ष से कम आयु का है।

क्या आप क्षमता देख सकते हैं ... !!!   (  Can you feel the potential ??   )

हमारे पड़ोसी देशों ने अपनी आबादी को कार्यबल के रूप में इस्तेमाल किया और विकासशील देशों से विकसित राष्ट्रों में विकसित हुए।

तकनीकी प्रगति और "  कौशल विकास "   के साथ हम जल्द ही दुनिया की महाशक्ति बन सकते हैं।


आज -

हमारे पास ज्ञान है.....

हमारे पास तकनीक है....

और हमारे पास उद्देश्य है .....

बस जरूरत है हर हाथ के लिए काम पैदा करने की... जी हां... हर एक हाथ के लिए...

दुनिया अवसरों के लिए खुली है...आइए दुनिया की सेवा करने का तरीका खोजें !!