मैं कौन हूं ?

यह खंड  (section ) उन महिलाओं को समर्पित है जो विवाहित हैं....., 

लेकिन "   कामकाजी महिलाओं"   या उनके कामकाजी पति   की तुलना में हमेशा "   कम करके   "   आंकी"   जाती है   (underestimated  inferior to working ladies or their working husband !!   

मैं कौन हूं ?

 Dear ladies

जब कोई आपसे    अपना परिचय   देने के लिए कहता है या "  आप क्या करती  हैं , पूछता  है ? "      

तो आपका जवाब क्या  होता  है ??


आप कहती हैं - ....."   मैं गृहिणी हूं " (   I AM A HOUSEWIFE    ) !!


और देखिए ये पहली जगह है... जहां आप पूरी तरह से गलत हैं...!!!

( अस्पष्ट ?? )  ( Confused ?? ) 


ठीक है इसे ऐसे समझते हैं -

मुझे ये बताएं के क्या आपकी शादी एक "घर  " (  मकान)  से हुई है                                           ???????

...नहीं ना...

तो फिर आप  "   हाउसवाइफ   "    कैसे हुई ??


नहीं मैम'... आपकी शादी एक "   व्यक्ति"   से हुई है.....

एक जीवित व्यक्ति जो आपका पति है !!


तो अब से इस लेख को पढ़ने के बाद जब भी आपसे कोई पूछे - "  आप क्या करती है?"

....गर्व से कहो "  "मैं एक  होम मेकर हूँ  !! "   ( I AM A HOME MAKER ....)



महिलाओं.....संदेश स्पष्ट है... 

जब आप स्वयं अपना सम्मान करना शुरू कर देंगी, तो दुनिया आपके कामकाजी पति से अधिक आपका सम्मान करेगी, ....

क्य़ोंकी   जो वह है..... "    आप की  "   वजह से  है.!!

#   एक परिवार की देखभाल करना, एक गृहिणी के लिये  कठिन है......

...... और वास्तव में कार्यालय में कुछ एक्सेल शीट, प्रस्तुतियों, कुछ गणनाओं, कुछ बैठकों, और कुछ गपशप के साथ काम करने से कहीं अधिक कठिन है।

यह और भी कठिन होता है जब एक महिला काम और घर दोनों को संभालती है...

लेकिन हमारे  समाज में  काम करने वाली महिलाओं  को ज्यादा तवज्जो  (Importance )  दी जाती है, ......

....और सम्मान भी ज्यादा मिलता है  !!!!

ऐसा नहीं होना चाहिए...

"   गृहिणी "   समान ध्यान देने योग्य हैं  , क्योंकि वे ही हैं जो अपने बच्चों और पति के लिए "   अपने  "  सारे  गुणवत्तापूर्ण समय  (their quality time )  का त्याग करतीं हैं।



#   पुरुषों याद रखो .......

अगर आपको लगता है कि यह उनका कर्तव्य है  (its their duty ) .... तो बस एक महीने के लिए अपनी भूमिका को पलट दें ... 


कार्यालय  ( office )  से छुट्टी लें और कुछ दिनों के लिए घर पर केवल 8 घंटे उनकी भूमिका में बिताने का प्रयास करें ... आप निश्चित रूप से  समझ जायेंगे के ऑफिस में रहना  असल में  ज्यादा आसान  है  .....बजाये किचन में रहने के...अपने जंगली बच्चों की देखभाल करने के ...पौधों की देखभाल करने के ..माता-पिता की देखभाल  करने के....बर्तन धोने  के.....कपड़े धोने  के........

.. चादरें बदलनें   के....कमरे साफ करनें  के..सब्जी का इंतजाम. करनें  के..........ब्ला ..ब्ला..ब्ला..

और यह उनका रोज़ का  काम है  bro ......

woooooff !! (   मेरा ऑफिस किधर है भाई........जल्दी ले चलो मुझे यार !!)  ( smile )


@ post shared by - kapil verma

 (facilitator - team heartshop )