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चलो बनाते हैं..एक खूबसूरत दुनिया !!
PEOPLE 4 THE PEOPLE
"" उद्देश्यपूर्ण जीवन ही जीवन का उद्देश्य है..."
-Team heartshop
परिचय -
हम कौन हैं ??
" हम आप हैं !! ... सामान्य लोग , आम जनता , जो लोग अपने दैनिक दिनचर्या से बाहर निकलना चाहते हैं ... वास्तव में कुछ सुंदर करने के लिए .. वास्तव में .. इस ग्रह को और बेहतर रहने की जगह बनाने के लिए !! "
" आप भी " अभियान का एक हिस्सा बनें और दुनिया को बेहतर बनाय़ें !! ..
- Mahi ,Anu & Kapil
वेबसाइट का उद्देश्य -
पुराने समय में हमारे सभी घरों में दरवाजे और खिड़कियों के साथ एयर वेंटिलेटर ("रोशनदान") बनाए जाते थे।
"रोशनदान" घरेलू गौरैया और पक्षियों के घर थे जो परिवार के सदस्यों की तरह थे। हर दिन सुबह पक्षियों की सुंदर चहकती आवाज के साथ शुरू होती थी, लेकिन आजकल एयर कंडीशनर और एयर कूलर के युग में, आधुनिक घरों में किसी भी हवा से बचने या गर्मी के नुकसान से बचने के लिए कोई "रोशनदान" नहीं है। इससे हमारे घर की गौरैया बेघर हो गईं।
अब हमें अपनी बालकनियों या छत पर कृत्रिम रूप से इन पक्षियों के भोजन और आश्रय की व्यवस्था करने की आदत डालनी चाहिए।
हमने और हमारी टीम ने अपनी वेबसाइट "www.theheartshopindia.com" के माध्यम से सामाजिक जागरूकता फैलाने का एक छोटा सा प्रयास किया है ताकि हम इन निर्दोष पक्षियों के जीवन को बचा सकें और अपने इको सिस्टम की मदद कर सकें।
"theheartshopindia" वेब पर किसी भी अन्य सामाजिक जागरूकता वेबसाइटों से कैसे अलग है ?
हमे कुछ वेबसाइट्स पर जाना अच्छा लगता है........कुछ वेबसाइट्स हमे ज्ञान देती हैं.....और कुछ हमारे पैसे बचाती हैं....
...लेकिन मैं हमेशा कुछ ऐसा बनाना चाहता था जो जिंदगी के लिए एक सच्ची " खुशी " हो...
" Introducing to you "...
www.theheartshopindia.com !!
जीवन हर रोज कठिनाइयों और चुनौतियों से भरा है... है ना ?
तो आइए जीवन के बेहतर हिस्से (the better part of life) को देखने के लिए एक ऐसी दुनिया बनाएं, जहां -
# हम कुछ सार्थक सीखते हैं। (where we learn something meaningful)
# कुछ ऐसा जो हमें खुश करता है। (something that actually makes us happy)
# कुछ ऐसा जो वास्तविक खुशी और शांति लाए। (something that brings real joy to life)
# कुछ ऐसा जो हमें हमारी चेतना से अवगत कराता है... हम क्या हैं और " क्यों " हम इस दुनिया में हैं.... (Something that let us meet our real inner sense, who are we? & why we are in this world?
# इसके अलावा एक जगह , जहां हम अपने जीवन को एक सार्थक " उद्देश्य " दे सकते हैं, जब हम यहां समर्थक बन जाते हैं !! (A place where we give a meaningful purpose to our life when we just become a supporter to this website & that's free)
हमारा पता ??
हम यहां हैं...
गूगल पर " दि हार्टशॉप " --->> जो है भारत में --->> जो है पृथ्वी पर --->> जो है मिल्की वे गैलेक्सी पर --->> जो है ब्रह्मांड में !!
(...उम्मीद है कि " एलियंस " किसी दिन हमें खोज लेंगे और हमारे नेक काम में हमारी मदद करेंगे !!)
" oh ho !!..तुम इंसान हो ??
जानकर आश्चर्य हुआ !!...
तो इस ग्रह को और सुंदर बनाने में मेरी मदद करो...
....मुझे वास्तव में तुम्हारी ज़रूरत है...
- कपिल
“ साईं इतना दीजिये, जा मे कुटुम समाय । मैं भी भूखा न रहूँ, साधु ना भूखा जाय ॥“
-“ O’ God.. give me at least that much for i can run my family...& help others not be hungry...."
हमारे सामाजिक आयोजनों की झलक :-
Bird savers :-
सीईओ ( वेबसाइट ): मिस माही वर्मा
वेबसाइट डिजाइनर: मिस माही और कपिल वर्मा
लोगो डिजाइनर : मिस माही वर्मा
वेब प्रबंधन : अनु और कपिल वर्मा
" www.theheartshopindia.com " वेबसाइट कॉपीराइट अधिनियम 1957 , भारत सरकार के दिशानिर्देशों का पालन करती है।
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# हम सभी तरह से वेबसाइट के कॉपीराइट के मालिक हैं
सर्वाधिकार सुरक्षित @ (कॉपीराइट कार्यालय, नई दिल्ली, भारत , 2023 )
www.theheartshopindia.com © 2023
kapil ( Facilitator & content writer @theheartshopindia )
Escaping from engineering ...like 99 % of engineers in India ..ha ha .....
मेरा फ्लैशबैक ....
मैं हमेशा एक लेखक बनना चाहता था और साहित्य पढ़ना चाहता था... लेकिन एक भारतीय मध्यम वर्गीय परिवार में..अपने पिता से " अपने जुनून " की बात करने के लिए कहना लगभग उनकी किडनी मांगने जैसा है !!...
यह ऐसा है जैसे आप उनकी सारी मेहनत की कमाई " भविष्य निधि (provident fund )" को " अपने " सपने में निवेश करने के लिए कह रहे हैं..जो की नहीं है ...उनका सपना !!
जिस समय आप अपने माता-पिता को बताते हैं कि आप इंजीनियरिंग या मेडिकल नहीं करना चाहते हैं, वे खुद को बिना भोजन और कपड़े के फुटपाथ पर होने की कल्पना करने लगते हैं ...
फिर शुरू होता है एक लंबा लेक्चर कि कैसे " वे " नदी में इस पार से उस पार तैरकर रोज " अपने " स्कूल पहुंचते थे...और " लालटेन " से पूरी रात पढ़ाई करते थे !!!!!!. ..
( एक बात बताओ प्यारे पिताजी आप दिन के उजाले में क्यों नहीं पढ़ते थे ??... लालटेन का तेल भी बच जाता है और उस पैसे को बचाकर आप आज मेरे लिए एक " बीएमडब्ल्यू " खरीद सकते थे !!... ( smile )
--- kapil